My Life ❤❤❤❤ #2
अस्सलाम वालेकुम रहमतुल्लाह बरकात हो और कैसे हो भाई लोगों को उम्मीद है कि आप सब लोग खैरियत से होंगे?
हेलो!
आज है शनिवार मैं कल की बात कर रहा हूं। कल जमा था। मैं नहा धोकर जमे के लिए निकला। हमारे यहां से तकरीबन 4 किलोमीटर मस्जिद दूर है और मुझे लेट हो गया था। जाने के लिए 12:00 बज गए थे। अल्लाह का शुक्र है। मैं जैसे ही निकला एक गाड़ी जा रही थी। आज या गाड़ी वाले ने रोका गाड़ी में बैठ कर गया। जुमे की नमाज पढ़ने के लिए पढ़कर उधर से निकला मस्जिद में सुधार कर रहा था। कोई गाड़ी वाला मिला करते करते थक गया। पैदल ही थोड़ी दूर चलते हैं।
कुछ दूर पैदल चलते चलते एक पुलिस की गाड़ी आई पुलिस की गाड़ी और कर मेरे पास दो कि मैं तो डर गया क्योंकि मेरे पास अकामा भी नहीं था। मैं बोला भी कहीं खा मत पूछेगा तो क्या जवाब दूंगा?
लेकिन अल्लाह का शुक्र है। उसने पूछा कहां जाना है, मैंने भी जवाब दे दिया। मुझे वहां जाना तो बोला बैठो, मैं छोड़ देता हूं। अलहम दुल्ला तब जाकर दिल को सुकून मिला। आज पहली बार पुलिस की जीप में बैठा हूं। 8 साल हो गया मुझे सऊदी अरब में होते हुए। पहली बार पुलिस की जीप में बैठा हूं। आज हम दिला कुछ दूर चलने के बाद हमारा मकाम आ गया। वह में उतार दिया। वहीं पर का शुक्रिया शुक्रिया अदा किया। भाई का और रोज चले गया। पहली बार मुझे एहसास हो कि हां पुलिस वालों की भी दिल में दिल होता है। यही एक चीज की तो खासियत है। यहां सऊदी अरब में पुलिस वालों के अंदर इंसानियत बहुत है। भाई अगर कहीं तुम पैदल चल रहे हो, पुलिस वाला दर्द है। तुम्हारे पास से गुजर रहा है तो रोक कर पूछेगा। कहां जाना है चलो मैं छोड़ देता हूं।
नेहा की इंसानियत हो भाई!
आज सुबह से मदुरै में काम कर रहा हूं। जमीन खोदते खोदते हाथ में छाले पड़ गए हैं। भाई पेट निकल रहा हूं घर से।
लोग सोचते हैं सऊदी अरब में पैसा ऊपर ही पड़ा रहता है। बहुत मेहनत करनी पड़ती है। भाई तब जाकर कहीं पैसा हाथ में नजर आता है। सिर्फ एक या 2 दिन के लिए ही हाथ में रहता है। फिर वह गायब हो जाता है। जहां जहां रहता है, उसको चले जाता है।
या रब बसता हर लाला जी जिंदगी बहुत तकलीफ देती है भाई क्या करें?
कसूर जिंदगी का है या हमारा कुछ समझ में नहीं आ रहा। अब आप ही बताओ क्या करें?
आज हमारे साले साहब का फोन आया था, बोल रहे थे भाई जान गाड़ी चाहिए दिया भाई जो गाड़ी का गेम गाड़ी का दहेज में दे दिया। सोचते हैं मेरी गाड़ी है।
ओके फिर मिलेंगे किसी नई कहानी के साथ तब तक के लिए खुदा हाफिज गुड बाय!
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