Akbar birbal ki kahani #1
एक बार अकबर बादशाह ने अपने प्रिय दरबारी बीरबल से पूछा, तुम इतने काले रंग के कैसे हो गए। बादशाह के बाद में कुछ चिढ़ाने वाला पुट भरा था। बीरबल ने कहा।
जहांपनाह!
जब अल्लाह ताला के यहां से रात बाटी जा रही थी तो उन्होंने सब खैरात प्राणियों के सामने रख दी। सब लोगों ने अपनी इच्छा एवं आवश्यकता के अनुसार उनमें से वस्तुएं चुनरी।
जहांपनाह में बुद्धि एवं विधाई लेता रह गया। रूप रंग की तरफ ध्यान है।
रूप रंग की तरफ ध्यान ही नहीं गया। इसके विपरीत आप मात्र रूप रंग ही लेते रहेंगे। आपका ध्यान बुद्धि विद्या की तरफ गया ही नहीं। इस प्रकार बीरबल ने यह सिद्ध किया कि वह बुद्धिमान है किंतु बदसूरत है। इसके विपरीत बादशाह खूबसूरत किंतु बेवकूफ है।
#Akbar #Birbal #kahani #hindikahani
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें